KVS PGT Computer Science Eligibility Criteria in 2023-24.

यदि आप KVS में टीचर बनने का सपना देख रहे हैं इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि KVS PGT Computer Science Eligibility Criteria in 2023-24. इस पोस्ट के माध्यम से हम आपके इस सपने को साकार करने में आपकी मदद करेंगे।

  • Teaching profession को समाज में एक नोबल प्रोफेशन माना जाता है। केंद्रीय विद्यालय केवीएस में पीजीटी के रूप मे कार्य करना अपने आप में सम्मान का विषय है । आप ना केवल एक नोबल प्रोफेशन की ओर कदम रख रहे हैं बल्कि आपको सोसाइटी की सेवा करने का भी मौका मिलेगा।जब भी केन्द्रीय PGT एग्जाम की तैयारी करते हुए अपने धैर्य को बनाकर रखना होगा और एक दिन आपको जरूर कामयाबी मिलेगी।

  • यदि आपको हमारा लेख अच्छा लग रहा है तो आगे पढ़ें।केंद्रीय विद्यालय में टीचर की जॉब करना अपने आप में एक सम्मान का विषय है टीचर बनकर आप ना केवल बच्चों को पढ़ाएंगे बल्कि स्वयं के व्यक्तित्व का भी लगातार विकास करेंगे।

Table of Contents

KVS PGT Computer Science Eligibility (Qualification) Criteria in 2023-24:

PGT (Computer Science)Essential
Qualification
 1. At least 50% Marks in aggregate in any of the following:

BE or B.Tech. (Computer Science /IT) from a recognized University / Institution.
OR
BE or B.Tech. any Stream and Post Graduate Diploma in Computer Science from a recognized University/Institute.
OR
M.Sc. (Computer Science/I ) / MCA from any recognized University.
OR
B.Sc. (Computer Science/ BCA and Post Graduate Degree in any subject from a recognized University.
OR
Post Graduate Diploma in Computer Science/IT and Post Graduate Degree in any subject from a recognized University/Institute.
OR
‘B’ Level from DOEACC/NIELT and Post Graduate Degree in any subject.
OR
‘C’ Level from DOEACC/NIELT Ministry of Information and Communication Technology and Graduation.

2. Proficiency in teaching in Hindi or English.

3. B.Ed. is not Compulsory for PGT Computer Science.

4. If you would like to become Principal in Future through Promotion and Direct Appointment then B.Ed. is Compulsory.

KVS में PGT बनने के लिए Written Exams Syllabus:

केंद्रीय विद्यालय KVS में PGT क्या होते हैं ?

  • केवीएस में PGT से अभिप्राय केंद्रीय विद्यालय संगठन में पोस्ट ग्रैजुएट टीचर से है। केंद्रीय विद्यालय सेंट्रल गवर्नमेंट के अधीन होते हैं। केंद्रीय विद्यालय में भर्ती सेंट्रल गवर्नमेंट के नियमों के अनुसार की जाती है।

  • राज्य के अधीन जो स्कूल है उन स्कूलों में PGT को स्कूल लेक्चरर/ व्याख्याता के रूप में भी जाना जाता है। केंद्रीय विद्यालय की भर्ती प्रक्रिया और रूल राज्य के अधीन स्कूलों की भर्ती प्रक्रिया से भिन होती है।

केंद्रीय विद्यालय KVS में पीजीटी कौन-कौन सी कक्षा को पढ़ाते हैं?

  • केवीएस पीजीटी की भर्ती मुख्य रूप से 11वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए की जाती है। न्यू एजुकेशन पॉलिसी के अनुसार PGT को 9th to 12th कक्षाओं को पढ़ाना पड़ेगा।

  • फिलहाल पीजीटी को 6th to 10th classes के कुछ सब्जेक्ट को पढ़ाना होता है । पीजीटी 6th to 10th उन्ही सब्जेक्ट को पढ़ाते हैं जो उन्होंने ग्रेजुएशन और अपने मास्टर डिग्री में पढ़ए है।

केंद्रीय विद्यालय KVSमें PGT बनने के लिए मिनिमम क्वालिफिकेशन क्या है?

  • अच्छे नंबरों से मैट्रिक पास करें।

  • 10 + 1 में उस विषय का चयन करें जिस विषय में आगे चलकर अपने मास्टर डिग्री कम्प्लीट करनी है ।

  • अच्छे नंबरों से प्लस टू पास करें।

  • अपने पसंदीदा विषय में ग्रेजुएशन करें।

  • पसंदीदा विषय में 50% के साथ मास्टर डिग्री पूरी करें।

  • 50% के साथ B.Ed. की डिग्री कम्प्लीट करें।

  • केंद्रीय विद्यालय KVS में PGT की पोस्ट पर अप्लाई करने वाले कैंडिडेट को हिंदी और इंग्लिश दोनों भाषाओं का ज्ञान होना चाहिए।

KVS में किन-किन विषयों में PGT बन सकते हैं ?

  • (PGT) English
  • (PGT) Hindi
  • (PGT) History
  • (PGT) Political Science
  • (PGT) Geography
  • (PGT) Commerce
  • (PGT) Physics
  • (PGT) Chemistry
  • (PGT) Biology
  • (PGT) Mathematics
  • (PGT) Computer Science

केंद्रीय विद्यालय में PGT बनने के लिए चयन प्रक्रिया।

  • सेंट्रल Govt द्वारा PGT की भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला जाता है ।
  • PGT के लिए अनलाइन आवेदन मांगे जाते है ।
  • अनलाइन आवेदन के बाद Minimum Qualification के मापदंड को अपनाकर आवेदन को या तो Accept किया जाता है या फिर रिजेक्ट किया जाता ह
  • जिन स्टूडेंट्स के फोरम को Accept किया जाता है उन्हे Written Exams के लिए रोल नंबर जारी किए जाते है ।
  • Written Exams के बाद केटेगरी के आधार पर cutoff मार्क्स की लिस्ट जारी की जाती है।

  • रिटन के केटेगरी के आधार पर cutoff Marks जारी करने के बाद Candidate को डॉक्युमेंट्स वेरीफिकेशन ओर साक्षातकार Interview ) के लिए बुलाया जाता है।

  • Documents की वेरीफिकेशन ओर साक्षातकार Interview ) के बाद मेरिट में आने वाले स्टूडेंट्स को PGT के तोर पर Appointment letter जारी किया जाता है ।

  • Appointment Letter जारी होने के बाद Selected स्टूडेंट्स को B.M.O (Block Medical Officer) C.M.O (Community Medical Officer) से Medical Certificate लेना पड़ता है ।

  • मेडिकल सर्टिफिकेट के प्रोसेस को पूरा करने के बाद अप्वाइंटमेंट लेटर के साथ आपको अपने स्कूल जो आपको इशू हुआ है उस स्कूल में प्रिंसिपल को जॉइनिंग रिपोर्ट देनी है।

  • जॉइनिंग रिपोर्ट के साथ आपको मैट्रिक 10 + 2 ग्रेजुएशन मास्टर डिग्री B.Ed. आदि सर्टिफिकेट जमा करवाने होते हैं।

 

केंद्रीय विद्यालय में रिटर्न टेस्ट कितने मार्क्स का होता है?

  • केंद्रीय विद्यालय Written Test 150 नंबर का होता है जिसको आप 150 मिनट यानि ढाई घंटे में पूरा करना होता है।

Written exams में दो पेपर होते है। दोनों पेपर को एक साथ 150 मिनट यानि 2½ घंटे मे पूरा करना होता है।

केवीएस के रिटन एग्जाम के कितने पेपर होते हैं ?

केवीएस के रिटन एग्जाम के दो पेपर होते है। दोनों पेपर को एक साथ 150 मिनट मे पूरा करना होता है ।

1 जनरल पेपर

2. सब्जेक्ट से related पेपर

  • हम आपको बताते चले दोनों पेपर को एक साथ 150 मिनट मे पूरा करना होता है । यदि आपको हमारी पोस्ट अछी लग रही है तो आगे पड़ें।

First पेपर (General पेपर) कितने मार्क्स का होता है ?

फर्स्ट पेपर 70 मार्क्स का होता है। जिसम मुख्य टॉपिक नीचे दिए गए है।

  • General Hindi
  • General English
  • Current Affaires & General Knowledge
  • Computer Literacy
  • Mathematics
  • Pedagogy

Second Paper (Subject का पेपर) कितने नंबर का होता है ?

  • Second Paper यानि subject का पेपर 80 नंबर का होता है

  • जिसमें आपको अपने सब्जेक्ट से रिलेटेड क्वेशन पूछे जाते है ।

  • KVS में आप 11 सब्जेक्ट में PGT बन सकते है।

  • KVS में सेकंड पेपर के लिए प्रशन 11th ,12th, Graduation और मास्टर डिग्री से प्रशन पूछे जाते है।

  • दोनों पेपर को मिलकर 150 नंबर का पेपर होता है जिसको आपने 150 मिनट यानी ढाई घंटे में पूरा करना होता है। कें

क्या KVS में PGT बनने के लिए CTET जरूरी है ।

  • केंद्रीय विद्यालय में पीजीटी बनने के लिए फिलहाल CTET जरूरी नहीं है।

  • न्यू एजुकेशन पॉलिसी के अनुसार PGT बनने के लिए CTET क्लियर करना आवश्यक है ।

  • 2023 से बिना CTET क्लियर किए आप केवी में पीजीटी नहीं बन सकते हैं।

केवीएस में PGTबनने महिलाओं की अधिकतम उम्र कितनी होनी चाहिए?

केवी पीजीटी बनने के लिए सभी कैटेगरी की महिलाओं को आयु में 10 वर्ष की छूट है। KVS में पीजीटी बनने के लिए अधिकतम आयु 40 वर्ष है।

  • सामान्य वर्ग की महिला के लिए आयु = 40+10 = 50

  • एससी (SC) वर्ग की महिलाओं के लिए उम्र अधिकतम उम्र = 40+5+10 = 55

  • एससी (ST) वर्ग की महिलाओं के लिए उम्र अधिकतम उम्र = 40+5+10 = 55

  • ओबीसी ( OBC ) वर्ग की महिलाओं के लिए उम्र अधिकतम उम्र = 40+3+10 = 53

Sr. NO.CategoryAge Limit
1.General Female40
2.SC Female55
3.ST Female55
4.OBC Female53

KVS में PGT बनने के लिए पुरुषों (Male) की अधिकतम आयु कितनी होती है?

Sr.No.CategoryMaximum age Limit
1.General   (Male)4o
2.SC (Male)45
3.ST (Male)45
4.OBC (Male)43

क्या केंद्रीय विद्यालय में PGT बनने के लिए एमफिल और पीएचडी जरूरी है।

  • केंद्रीय विद्यालय केवीएस में पीजीटी बनने के लिए एमफिल और पीएचडी का होना जरूरी नहीं है। आप बिना एमपी और पीएचडी के केंद्रीय विद्यालय में पीजीटी बन सकते हैं।

  • केंद्रीय विद्यालय में पीजीटी बनने के लिए आपको मास्टर डिग्री के साथ B.Ed. कितने परसेट के साथ करनी है

  • क्या केंद्रीय विद्यालय में पीजीटी बनने के लिए B.Ed. Compulsory है।

  • विद्यालय में पीजीटी बनने के लिए B.Ed. होना अति आवश्यक है बिना B.Ed. के आप केंद्रीय विद्यालय में पीजीटी नहीं बन सकते। स्पेशल B.Ed. किया है वह टीजीटी और पीजीटी बनने के एलिजिबल नहीं है।

KVS PGT बनने के लिए किन-किन भाषाओं/ Language का ज्ञान होना चाहिए ?

  • केंद्रीय विद्यालय में पीजीटी बनने के लिए इंग्लिश और हिंदी दोनों भाषाओं का ज्ञान होना चाहिए।

  • दोनों languages की knowledge आपके Essential Qualification में आता है ।

KVS में PGT बनने के लिए कौन से स्किल जरूरी है ?

  • अगर आप टीचिंग प्रोफेशन में आ रहे हैं तो सबसे पहले आप को बच्चों के प्रति प्यार और बॉन्डिंग होनी चाहिए।

  • आप में high confidence होना चाहिए।

  • आपको कंप्यूटर की अच्छी नॉलेज होनी चाहिए।

  • आपमें दूसरों केप्रति रिस्पेक्ट होनी चाहिए

KVS में PGT बनने के क्या फायदे हैं ?

  • अगर आप बच्चों से प्यार करते हैं तो आपके पास लेक्चरर बन के बच्चों के बीच में रहने का एक सुनहरा मौका है।

  • टीचिंसाथ-साथ आप सोसाइटी में एक एक सम्मानित स्थान प्राप्त कर सकते हैं।

  • स्कूल लेक्चरर बनने पर आपको एक बहुत ही अच्छी सैलरी दी जा है जो लगभग 70 हजार के करीब हो सकती है।

  • स्कूल लेक्चरर बन कर आप अपने सोसाइटी, अपने राज्य ।

  • बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ स्वयं का विकास भी संभव

PGT के क्या क्या कार्य होते हैं?

  • वैसे तो पीजीटी को 11th और 12th की क्लासेस को पढ़ाना होता है। लेकिन 2010 के बाद स्कूल लेक्चरर को 11th or 12th की Classes के अतिरिक्त 6th to 10th कक्षा के कुछ सब्जेक्ट को पढ़ाना पड़ सकता है। PGT को 6th to 10th वही सब्जेक्ट पढ़ाना है जो आपने ग्रेजुएशन और मास्टर डिग्री में पढ़ा है।

  • 11th 12th की क्लासेस के अतिरिक्त अन्य चार्जेस जैसे एनएसएस (नेशनल सर्विस स्कीम) एनसीसी नेशनल कैडेट कोर एग्जामिनेशन आरएमएस एसीईआरसी इत्यादि का चार्ज भी लेना पड़ सकता है।

  • इसके अलावा प्रार्थना सभा में भाग लेना पड़ेगा स्कूल की विभिन्न गतिविधियों जैसे स्पोर्ट्स मीट कल्चरल प्रोग्राम इत्यादि में भी Free Dresses, फ्री बुक्स, फ्री बोतल इत्यादि भी आपको Distribute krni पड़ सकती है।

KVS में PGT की तैयारी कैसे करें ?

किसी भी पेपर की तैयारी करने से पहले एक प्लानिंग तैयार की जाती है और सब पर स्ट्रेटजी । पेपर की तैयारी करने से पहले आपको निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना होगा ।

1 अपना Mind Set करें :

  • जब आपने KVS में PGT बनने की ठान ली है तो दुनिया की कोई ताकत आपको KVS में PGT बनने से कोई नहीं रोक सकत है।बशर्ते कि आपको एक माइंडसेट बनाना होगा और यह सोचना है कि मुझे KVS में PGT ही बनना है।
  • KVS में PGTयदि आप किसी भी चीज को दिल से चाहते हो तो कायनात भी आपको उस चीज को दिलाने में लग जाती है।यदि आप एक माइंडसेट से चलेंगे तो 1 दिन आपका असिस्टेंट प्रोफेसर बनने का सपना जरूर पूरा होग।

2 सिलेबस से Related Books Collect करें :

  • आपको जो दूसरा काम करना है वह है सिलेबस से रिलेटेड बुक्स कलेक्ट करना है । बुक्स में आपको सबसे पहले पार्टिकुलर सब्जेक्ट की बुक्स कलेक्ट करनी होगी। यह बुक्स आपकी इलेवंथ ट्वेल्थ ग्रेजुएशन और मास्टर डिग्री की बुक्स है।
  • इलेवंथ और ट्वेल्थ की बुक्स पढ़कर आपके बेसिक कांसेप्ट क्लियर हो जाएंगे। इलेवंथ और ट्वेल्थ की बुक्स पढ़ना बहुत जरूरी है।

3. लगातार दो घंटे न्यूज़पेपर पढ़ें।

  • अगर आप किसी भी कंपटीशन एग्जाम की तैयारी के बारे में सोच रहे हैं तो आपको रेगुलर दो घंटे न्यूज़ पेपर पढ़ना है यदि आप रेगुलर दो घंटे न्यूज़पपर पढ़ते हैं तो मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि बहुत ही जल्दी आपको अपने गोल में अपने एम में कामयाबी मिलेगी। क्योंकि न्यूज़पेपर एक ऐसा माध्यम है जिससे आपके जनरल नॉलेज जनरल अवेयरनेस करंट अफेयर्स सब्जेक्टिव पार्ट्स बहुत ही जल्दी क्लियर हो जाएंगे।

4. आप जब भी पढ़े सब्जेक्ट बुक से ही पढ़ना शुरू करें।

  • अगर आप School lecturer/PGT बनने का सपना देख रहे हैं तो सब्जेक्टिव बुक्स से ही पढ़ना शुरू करें इससे आपके बेसिक कांसेप्ट क्लियर हो जाएंगे सब्जेक्ट बुक के कंप्लीट होने के बाद ही ऑब्जेक्टिव बुक्स की स्टडी करें।

5. सब्जेक्टिव बुक्स की डिटेल स्टडी के बाद ऑब्जेक्टिव बुक्स की स्टडी करें।

  • Subjective Books की स्टडी के बाद objective Books की study करें । जब तक अपपके बेसिक कान्सेप्ट clear नहीं होंगे तब तक Objective बुक्स के स्टडी करने का कोई फायदा नहीं होगा।

6. अपना ऐक time Table Set करें :

  • बुक्स खरीदने के बाद आपको एक टाइम टेबल सेट करना होगा। अगर आप एक स्टूडेंट है तो आपको टाइम की कोई दिक्कत नहीं है। अगर आप वर्किंग है तो आपको टाइम टेबल कर जस्ट करना होगा आपको दिन में कम से कम 10 घंटे स्टडी को देने पड़ेंगे । क्योंकि आजकल थ्रोट कट कंपटीशन में पेपर क्वालीफाई करना एक बहुत बड़ी चुनौती है

7. सोशल मीडिया से दूर रहे।

  • सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखें यदि आप कॉन्पिटिटिव एग्जाम के लिए या लेक्चरर बनने के लिए तैयारी कर रहे हैं तो आपको सोशल मीडिया से दूर रहना है वह बाजार सोशल मीडिया में अपना टाइम व्यर्थ ना गवाएं। यदि आपको अप टू डेट रहना है तो इसके लिए आप लगातार न्यूज़पेपर न्यूज़पेपर पर के आप देश-विदेश व क्षेत्रीय क्षेत्र की सभी गतिविधियों से अवगत होंगे इससे ना केवल आपकी नॉलेज बढ़ेगी बल्कि आपको पास पेपर पास करने में आपकी बहुत अधिक मदद करेगा।

8.बेवजह घर से बाहर ना निकले:

  • जब आपने PGT बनने की ठान ली है तो आप बेवजह घर से बाहर ना निकले घर से बाहर निकल कर आपका भी वजह टाइम वेस्ट होगा। और आप अपने टारगेट पर फोकस नहीं कर पाएंगे

9. नेगेटिविटी फैलाने वाले लोगों से दूर रहें।

  • आपको नकारात्मकता फैलाने वाले लोगों से दूर रहना होगा जो हमेशा इस तरह की बातें करते हुए पाए जाते हैं कि school lecturer/PGT बनना बहुत मुश्किल है हर कोई असिस्टेंट प्रोफेसर नहीं बन सकता। वह लोग आपके मोराल गोडाउन करेंगे और आपको असिस्टेंट प्रोफेसर बनने से रोकेंगे

10. अपने एग्जाम के बारे में किसी से बात ना करें

  • आप अपने exam के बारे मे किसी से बात ना करें कि आप क्या कर रहे हैं और आप क्या करने वाले हैं और इस बात का विशेष ध्यान रखें।

11. आप जो कुछ आप जो भी पढ़ रहे हैं पढ़ने के बाद उसे एक बार जरूर लिखें ऐसा करने से आपके उस सब्जेक्ट और उस विषय पर मास्टरी हो जाएगी।।

12. डिसिप्लिन लाइफ स्टाइल को फॉलो करें। एक्सरसाइज करें और मेडिटेशन करें यह आपको मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत बनाएगा।

PGT ओर प्रोफेसर में क्या अंतर है ?

  • लेक्चर शब्द का प्रयोग स्कूल लेक्चरर के लिए किया जाता है। स्कूल लेक्चर 11th और 12th की classes को पढ़ाते हैं। स्कूल लेक्चरर को पीजीटी भी कहा जाता है। राजस्थान में इसे RPSC फर्स्ट ग्रेड टीचर भी कहा जाता है।

  • जबकि प्रोफेसर शब्द का प्रयोग कॉलेज लेक्चरर के लिए किया जाता है। प्रोफेसर को कॉलेज लेक्चरर या असिस्टेंट प्रोफेसर भी कहते हैं। प्रोफेसर या असिस्टेंट प्रोफेसर केवल कॉलेज के बच्चों को पढ़ाते हैं। कॉलेज में जब भी अपॉइंटमेंट होती है तो As a असिस्टेंट प्रोफेसर अपॉइंटमेंट की जाती है। कुछ सालों के बाद सीनियरिटी के आधार पर और पीएचडी की डिग्री के साथ असिस्टेंट प्रोफेसर को एसोसिएट प्रोफेसर बनाया जाता है।

PGT बनने में कितने साल लगते हैं?

  • आप 21 वर्ष के उम्र मे स्कूल लेक्चर बन सकते है ।
  • मास्टर डिग्री ओर B.Ed. करने के बाद आप स्कूल लेक्चरर बनने के लिए आप

Also Rade

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